लालू यादव ने युवाओं को माँ-बाप की मर्जी से शादी करने की नसीहत दी |
लालू यादव के ब्लॉग पर भेजे गए इस संदेश के बारे में जब पत्रकारों ने लालू यादव को कुदेरना शुरु किया तो उनका कहना था, "मैंने भी जवाब में लिखा है- मैं भी आपसे प्यार करता हूँ."
इस बयान के साथ उन्होंने तुरंत जोड़ा कि यह प्यार पिता, भाई और दोस्त जैसा प्यार है.
हालाँकि उन्हें ये नहीं पता कि संदेश भेजने वाली लड़की कौन है. लालू यादव का कहना था, "इस संदेश का दूसरा मतलब नहीं निकालना चाहिए. प्यार का मतलब ग़लत संबंध नहीं होना चाहिए."
उन्होंने सभी युवाओं से अपील करते हुए कहा, "प्यार करो पर मर्यादा के भीतर."
केंद्रीय रेल मंत्री का कहना था कि आज के ज़माने में प्यार की आड़ में कोई और ही खेल खेला जाता है और बच्चों को इसे समझना चाहिए.
उन्होंने अपने ही अंदाज़ में फ़िज़ा-चांद मोहम्मद प्रकरण पर भी चुटकी ली.
उनका कहना था, "इस तरह के लोगों के साथ ऐसा ही होता है. इसलिए मेरे देश की बच्चियों आप झाँसे में न आएँ और अपने मां-बाप की बात मानें."
प्यार की परिभाषा अपने तरीके से समझाने के बाद लालू यादव ने एक और नसीहत दी, "युवाओं को अपने माँ-बाप की मर्जी से ही शादी करनी चाहिए."
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